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होली गीत | होरी खेले रघुवीरा हिंदी में लिरिक्स | GD HINDI LYRICS

होली गीत | होरी खेले रघुवीरा हिंदी में लिरिक्स 

होली भारत और दुनिया के अन्य हिस्सों में बड़े उत्साह और उत्साह के साथ मनाया जाने वाला एक उत्साहपूर्ण त्योहार है। होली की भावना के साथ प्रतिध्वनित होने वाले सबसे लोकप्रिय गीतों में से एक बागबान फिल्म का "होली खेले रघुवीरा" है। यह गाना सभी उम्र के लोगों के बीच पसंदीदा रहा है और इसके बोल और संगीत समय की कसौटी पर खरे उतरे हैं। इस लेख में, हम गाने के पूरे बोल का पता लगाएंगे और इसके इतिहास और महत्व पर ध्यान देंगे।

होरी खेले रघुवीरा हिंदी में लिरिक्स :

GD HINDI LYRICS

रंगों का त्योहार होली एक ऐसा समय है जब लोग बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं। यह एक ऐसा दिन है जब लोग अपने मतभेदों को भूल जाते हैं और एक दूसरे को खुली बाहों से गले लगाते हैं। "होली खेले रघुवीरा" एक ऐसा गीत है जो इस त्योहार के सार को पूरी तरह से दर्शाता है। यह एक ऐसा गीत है जो लोगों को आनंद और खुशी से भर देता है और उन्हें इसकी धुन पर नाचने पर मजबूर कर देता है।       

होरी खेले रघुवीरा गीत
फिल्मसंगीतगायकलिरिक्स
बाग़बान 2003आदेश श्रीवास्तवअमिताभ बच्चन, अलका याग्निक, सुखविंदर सिंह, उदित नारायण समीर

        
होरी खेले रघुवीरा लिरिक्स हिंदी                    

गाने के पूरे लिरिक्स इस प्रकार हैं:

ताल से ताल मिले मोरे बबुआ
बाजे ढोल मृदंग
मन से मन का मेल जो हो तो
रंग से मिल जाए रंग
हो.. होरी खेले रघुवीरा

होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा

अरे
होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा

हाँ हिलमिल आवे लोग लुगाई
हिलमिल आवे लोग लुगाई
हिलमिल आवे लोग लुगाई
भई महलन में भीरा अवध में
होरी खेले रघुवीरा

अरे होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
होली है..
होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
अरे होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा

तनिक शर्म नहीं आये देखे नाहीं अपनी उमरिया
तनिक शर्म नहीं आये देखे नाहीं अपनी उमरिया
हो साठ बरस में इश्क लड़ाए
साठ बरस में इश्क लड़ाए
मुखड़े पे रंग लगाए, बड़ा रंगीला सांवरिया
मुखड़े पे रंग लगाए, बड़ा रंगीला सांवरिया

चुनरी पे डारे अबीरा अवध में
होरी खेरे रघुवीरा
अरे चुनरी पे डारे अबीरा अवध में
होरी खेरे रघुवीरा
अरे होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा

हाँ हिलमिल आवे लोग लुगाई
भाई महलन में भीरा अवध में
होरी खेले रघुवीरा होली है..
अरे होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा

हे.. अब के फाग मोसे खेलो ना होरी
हाँ हाँ ना खेलत ना खेलत
तोरी शपथ मैं उमरिया की थोरी
हाय हाय हाय चाचा

देखे है ऊपर से, झांके नहीं अन्दर सजनिया
देखे है ऊपर से, झांके नहीं अन्दर सजनिया
उम्र चढ़ी है दिल तो जवां है
उम्र चढ़ी है भैया दिल तो जवां है
बांहों में भरके मुझे ज़रा झनका दे पैंजनिया
बांहों में भरके मुझे ज़रा झनका दे पैंजनिया

साँची कहे है कबीरा अवध में
होरी खेले रघुवीरा
अरे साँची कहे है कबीरा अवध में
होरी खेले रघुवीरा
अरे, होरी खेले रघु

हो.. होरी खेले रघुवीरा
अवध में होरी खेले रघुवीरा
होरी खेले रघुवीरा
अवध में होरी खेले रघुवीरा

हिलमिल आवे लोग लुगाई
हाँ हिलमिल आवे लोग लुगाई
भाई महलन में भीरा अवध में
होरी खेले रघुवीरा होली है..
होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
अरे भैया होरी खेले, रघुवीरा अवध में
होरी खेले रघुवीरा

होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा
होरी खेले रघुवीरा अवध में होरी खेले रघुवीरा..


गीत की शुरुआत कोरस "होली खेले रघुवीरा अवध में" से होती है, जिसका अर्थ है कि भगवान राम (रघुवीरा) अवध शहर में होली खेलते हैं। गाने में बताया गया है कि कैसे शहर में त्योहार मनाया जाता है, जिसमें लोग एक-दूसरे को रंग लगाते हैं और ढोल की थाप पर नाचते हैं। यह गीत इस बारे में भी बात करता है कि कैसे त्योहार लोगों को एक साथ लाता है और उन्हें आनंद और खुशी से भर देता है।

इतिहास और महत्व: 

गीत "होली खेले रघुवीरा" को 2003 में रिलीज़ हुई फिल्म बागबान में दिखाया गया था। फिल्म का निर्देशन रवि चोपड़ा ने किया था और इसमें अमिताभ बच्चन और हेमा मालिनी ने मुख्य भूमिकाएँ निभाई थीं। यह गाना तुरंत ही हिट हो गया और तभी से होली के उत्सवों में एक प्रधान गीत बना हुआ है।

गीत का महत्व इसके चित्रण में निहित है कि अवध में होली कैसे मनाई जाती है, जिसे भगवान राम का जन्मस्थान माना जाता है। यह गीत त्योहार के सांस्कृतिक महत्व पर प्रकाश डालता है और लोगों को उनकी सामाजिक स्थिति या पृष्ठभूमि की परवाह किए बिना कैसे एक साथ लाता है।


अंत में: "होली खेले रघुवीरा" एक कालातीत गीत है जो रंगों के त्योहार के सार को पूरी तरह से पकड़ लेता है। इसके बोल और संगीत का लोगों की पीढ़ियों ने आनंद लिया है और होली समारोह में यह पसंदीदा बना हुआ है।  

धन्यवाद!

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