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होली के दिन | शोले | GD HINDI LYRICS

होली गीत लिरिक्स |होली के दिन | शोले 

रंगों का त्योहार होली संगीत और नृत्य के बिना अधूरा है। यह एक ऐसा समय है जब लोग वसंत के आगमन और बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने के लिए एक साथ आते हैं। होली के सबसे प्रिय पहलुओं में से एक संगीत है, जिसमें विभिन्न प्रकार के होली गीत हैं जो उत्सव की भावना को बढ़ाते हैं। ऐसा ही एक गाना है "होली के दिन", जो कई दशकों से हर उम्र के लोगों के बीच पसंदीदा बना हुआ है। इस लेख में, हम "होली के दिन" के इतिहास और महत्व के साथ-साथ इस कालातीत होली गीत के बोल और इसे प्रदर्शित करने वाले गायकों के विवरण पर करीब से नज़र डालेंगे।
Gd hindi lyrics

"होली के दिन" का इतिहास और महत्व:

"होली के दिन" एक पारंपरिक होली गीत है जो पीढ़ियों से गाया जाता रहा है। यह पहली बार 1950 के दशक में रिकॉर्ड किया गया था और तब से इसे विभिन्न कलाकारों द्वारा पुनर्निर्मित और प्रदर्शित किया गया है। गीत होली के उत्सव के बारे में बात करता है, जहाँ लोग एक दूसरे को रंग लगाते हैं, नाचते हैं और गाते हैं। गाने के बोल प्यार, एकजुटता और परिवार और दोस्तों के साथ होली मनाने की खुशी का संदेश देते हैं।

होली के दिन गीत हिंदी में लिरिक्स :


चलो सहेली, चलो सहेली
चलो रे साथी, चलो रे साथी
ओ पकड़ो-पकड़ो रे इसे ना छोड़ो
अरे बैंया ना मोड़ो
ज़रा ठहर जा भाभी,अरे जा रे सराबी
क्या ओ राजा, गली में आजा
होली-होली, भांग की गोली
ओ नखरे वाली, दूँगी मैं गाली
ओ रामू की साली
होली रे होली

होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं
होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं

गिले शिक़वे भूल के दोस्तों
दुश्मन भी गले मिल जाते हैं

होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं
होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं

गोरी तेरे रंग जैसा
थोड़ा सा मैं रंग बना लूँ
आ तेरे गुलाबी गालों से
थोड़ा सा गुलाल चुरा लूँ

जा रे जा दीवाने तू
होली के बहाने तू
जा रे जा दीवाने तू
होली के बहाने तू
छेड़ ना मुझे बेसरम
पूछ ले ज़माने से
ऐसे ही बहाने से
लिए और दिए दिल जाते हैं
होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं

यही तेरी मरज़ी है तो
अच्छा चल तू ख़ुश हो ले
पास आ के छूना ना मुझे
चाहे मुझे दूर से भिगो ले

हीरे की कनी है तू
मट्टी की बनी है तू
हीरे की कनी है तू
मट्टी की बनी है तू
छूने से टूट जाएगी

काँटों के छूने से
फूलों से नाज़ुक-नाज़ुक
बदन छिल जाते हैं
होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं

गिले शिक़वे भूल के दोस्तों
दुश्मन भी गले मिल जाते हैं
होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं
होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं
होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं
होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं


होली के दिन गीत विवरण
गीत शीर्षक होली के दिन
फ़िल्म शोले
गायक किशोर कुमार, लता मंगेशकर
गीत आनंद बख्शी
संगीत राहुल देव बर्मन
वर्ष 1975
स्टार कास्ट अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, संजीव कुमार, हेमा मालिनी, जया बच्चन, अमजद खान
संगीत लेबल यूनिवर्सल म्यूजिक इंडिया


अंत में:
"होली के दिन" एक कालातीत होली गीत है जो सभी उम्र के लोगों के बीच पसंदीदा बना हुआ है। गाने की धुन और बोल होली की भावना को जगाते हैं, लोगों को रंगों के त्योहार को खुशी और उत्साह के साथ मनाने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। किशोर कुमार, लता मंगेशकर प्रसिद्ध गायकों की आवाज़ के साथ, यह गीत होली समारोह का एक अविभाज्य हिस्सा बन गया है।
तो दोस्तो इस कालातीत गीत "होली के दिन" को याद करें और इसे अपने प्रियजनों के साथ गाएं।
हमारी तरफ से आपको और आपके परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनाएं।

धन्यवाद!

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